एकचारी से महगामा के बीच एनएच 133 सेक्शन के तहत फोरलेन सड़क का निर्माण किया जाएगा , जो कि 40 किलोमीटर लंबी होगी । गौरतलब है कि पहले से ही महागामा से हंसडीहा के बीच एनएच का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके निर्माण के बाद भागलपुर से देवघर की दूरी लोग सिर्फ 2 घंटे में ही पूरा कर लेंगे, जो कि भागलपुर से एकचारी, महगामा, हंसडीहा होते हुए ग्रीनफील्ड होकर देवघर तक पहुंचेंगे । यह एनएच हंसडीहा से चांपा मोड़ के बीच मिलेगा। इस एनएच पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ सके इस बात को ध्यान में रखते हुए ही इस एनएच का निर्माण किया जा रहा है ।
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अगर बात करें इसके निर्माण कार्य की तो आपको बता दें कि इस एन एच के निर्माण के प्रथम चरण का कार्य जारी है। वहीं दूसरी तरफ अगर इसके निर्माण के दूसरे चरण की बात करें तो दूसरे चरण में एकचारी से महागामा के बीच का निर्माण कार्य शुरू होगा, जिसकी लागत 1393 करोड रुपए है।
# क्या क्या होगा इस एनएच पर_
इस एनएच पर 17 पुल, 106 कन्वर्ट, 7 व्हीकल अंडर पास, 8 छोटे व्हीकल अंडर पास और 2 जगहों पर जंक्शन का भी निर्माण किया जाएगा । इतना ही नहीं घनी आबादी वाले जगहों में अंडर पास का भी निर्माण होगा , जिससे वाहनों की गति में कोई रुकावट नहीं आएगी।
एनएचएआई के साहिबगंज के प्रोजेक्ट इंप्लीमेंट यूनिट के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से मिली जानकारी के अनुसार, इस एनएच के निर्माण के लिए डीपीआर को तैयार कर लिया गया है, और तो और 7 जून के दिन केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की भागलपुर आने की संभावना है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इसके बाद निर्माण कार्य में तीव्रता आ सकती है।
आपको बता दें कि डीपीआर के मुताबिक बिहार के राष्ट्रीय राजमार्ग -133 सेक्शन के तहत एकचारी से महगामा के प्रस्तावित फोरलेन मुंगेर – मिर्जाचौकी फोरलेन, सड़क के पैकेज- 3 के एंडप्वाइंट
और पैकेज-4 के स्टार्टिंग पॉइंट से शुरू होकर एकचारी से महगामा तक ग्रीन फील्ड का निर्माण होगा, जिसकी लंबाई 26.28 किलोमीटर तक होगी।
इस सड़क के निर्माण के बाद लोगों के लिए भागलपुर के पीरपैंती से झारखंड के देवघर और बंगाल जाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा।
प्रस्तावित एलाइनमेंट के अनुसार , देवघर जाने वाले लोगों को एक बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
गौरतलब है कि मुंगेर-मिर्जाचौकी फोरलेन के बनने के बाद यात्री वाहन द्वारा भागलपुर और आसपास के जिलों से एकचारी ,महगामा होकर हंसडीहा होते हुए झारखंड और पश्चिम बंगाल पहुंच सकेंगे।
एनएच -133 के इस सेक्शन में सड़क के निर्माण होने से कई फायदे हैं। जैसे कि, पहला तो यह कि पत्थर खनन और ढुलाई के लिए यह रास्ता बेहतर होगा। दूसरा, इसकी वजह से आय के स्रोत बढ़ेंगे व घरेलू उत्पादों में वृद्धि होने की संभावना है। तीसरा शहर में वाहनों के प्रवेश कम होने की वजह से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और वर्तमान सड़कों से वाहनों की संख्या मैं कमी होने के कारण यातायात व्यवस्था सुधरेगी । राज्यों में संपर्क स्थापित होने के कारण सांस्कृतिक आदान-प्रदान में भी वृद्धि होगी।
इस परियोजना को पूर्ण करने के लिए 209.68 हेक्टेयर भूमि का निश्चय किया गया है व इसके निर्माण की लागत कुल 1393.26 करोड़ तक आएगी। इमरजेंसी लैंडिंग के लिए इस पर सनहौला प्रखंड के अरार गांव के समीप लगभग 4 किलोमीटर की हवाई पट्टी तैयार की जाएगी। डीएम सुब्रत कुमार सेन से मिली जानकारी के अनुसार एनएचएआई साहिबगंज के परियोजना निदेशक से मिलने के बाद ही भू-अर्जन शुरू होगा व प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद जिला भू-अर्जन पदाधिकारी को तीव्र गति से निर्माण पूर्ण करने का निर्देश मिला है।
# कहां-कहां होगा कितना खर्च:-
इसके निर्माण में 209.68 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिस पर 923.95 करोड रुपए
खर्च होंगे । वहीं इसके पुराने स्ट्रक्चर को तोड़ने पर 9.36 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। दूसरी ओर व्हीकल अंडरपास के निर्माण पर 33.60 करोड़ रुपए , वी यूपी के रिटर्निंग वॉल पर 34.65 करोड़ रुपए और सर्विस रोड के निर्माण पर 12.40 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही एसवीयूपी के निर्माण पर 5.04 करोड़ रुपए, कन्वर्ट के निर्माण पर 22.26 करोड रुपए, पुल के निर्माण पर 52.20 करोड़ रुपए जंक्शन के निर्माण पर 1.92 करोड रुपए, एच टी टावर के शिफ्टिंग पर 7 करोड़ रुपए और यूटिलिटी शिफ्टिंग पर 32.85 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
# क्या क्या होगा इस एनएच पर:-
इसमें 17 पुल, 106 कलवर्ड, 7 व्हीकल अंडरपास, 8 छोटा व्हीकल अंडरपास, दो जंक्शन 7 ht टावर शिफ्टिंग का कार्य किया जाएगा, और 36 स्ट्रक्चर को ध्वस्त किया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ टोल प्लाजा, रेस्ट एरिया, बस, ट्रक के रहने की जगह ,एटीएम, रोड और ट्रैफिक सिग्नल ,सड़क किनारे जरूरी सुविधाएं, एंबुलेंस, क्रेन और दूसरी सुविधाओं की व्यवस्था रहेंगी, जिस पर 42.66 करोड़ रुपए खर्च किए जायेंगे।