उत्तरवाहिनी गंगा अजगवीनाथ मंदिर के समीप शुक्रवार को घडिय़ाल देखा गया। घडिय़ाल देखते ही पूरे गंगा घाट पर हड़कंप मच गया और घाट पर स्नान करनेवाले लोगों में भय व्याप्त हो गया है। घडिय़ाल निकलने के शोर पर गंगाघाट पर तैनात पुलिस कर्मियों के द्वारा इसकी जानकारी अंचलाधिकारी शंभू शरण राय को दी गई। सूचना पर पहुंचे अंचलाधिकारी ने वहां गतिविधियों का जायजा लिया और इसकी जानकारी वन विभाग को दे दी। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम घडिय़ाल पर नजर बनाए हुए है।
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वन विभाग के उप परिषद पदाधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि सूचना पर हम लोग सुल्तानगंज पहुंचे हैं यहां गंगा में करीब 12 फीट का एक घडिय़ाल देखा जा रहा है। वन विभाग टीम द्वारा घडिय़ाल पर नजर रखी जा रही है। सुल्तानगंज से कहलगांव तक गंगा डॉल्फिन क्षेत्र है, इसलिए इस क्षेत्र में इस प्रजाति के जीव देखे जाते हैं। घडिय़ाल मंदबुद्धि का जलीय जीव हैं। इसकी विस्तृत जानकारी विभाग के उच्च पदाधिकारी को दे दी गई है। जल्द ही इस पर कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।
जिला प्रशासन की लापरवाही
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला चल रहा है। हजारों कांवरिया रोज गंगा में स्नान कर रहे हैं। गंगा में घडिय़ाल का निकलना लोगों में भय पैदा कर रहा है। जानकारी के बाद भी अब तक वन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि तीन दिन से घडिय़ाल दिख रहा है, लेकिन अभी तक प्रशासन द्वारा ठोस कदम नहीं उठाया गया है। स्थानीय लोगों द्वारा अजगवीनाथ मंदिर के नजदीक गंगा में तैरता हुआ एक विशालकाय घडिय़ाल देखा गया। नजर पड़ते ही लोगों में दहशत फैल गई। अजगवीनाथ गंगा घाट पर घडिय़ाल के आने से क्षेत्रीय लोगों में दहशत फैल गया है।
मेला प्रभारी सह कोतवाली थाना अध्यक्ष ने लिया जायजा
मेला प्रभारी रामप्रीत कुमार दल बल के साथ अजगवीनाथ मंदिर घाट पहुंचे और गंगा में तैर रहे घडिय़ाल के बारे में जानकारी ली। उन्होंने वन विभाग के उच्च अधिकारी से बात करते हुए कोई ठोस कदम उठाने की बात कही।