Bihar Recruitment : बिहार स्वास्थ्य समिति ने हाल ही में 4500 कम्युनिटी हेल्थ अफसरों के पदों पर भर्ती का निर्णय लिया है। यह निर्णय स्वास्थ्य विभाग के विभागीय चिकित्सक और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा लिया गया है। इस निर्णय के बाद बिहार में चरम स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक अधिकारीगण की भर्ती की जा रही है।
लेकिन इस भर्ती प्रक्रिया में सामान्य श्रेणी के विद्यार्थियों के लिए कोई पद नहीं रखे गए हैं, जिससे कि इस मामले में विवाद उठ खड़ा है। बीएससी नर्सिंग पास अभ्यर्थियों ने पूरे राज्य में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया है।
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Bihar Recruitment : विवाद का क्या है मुद्दा?
विवाद इस मुद्दे पर है कि कम्युनिटी हेल्थ अफसरों के लिए कितनी सीटें किस वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इसमें अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति, और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए सीटें रखी गई हैं, लेकिन सामान्य श्रेणी के लिए पदों की कमी है।
सम्राट चौधरी का क्या कहना है?
इस मुद्दे पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि उन्हें पूरा मामला पता नहीं है, लेकिन वे इसे देखकर उचित एक्शन लेंगे। उन्होंने इसे स्वास्थ्य विभाग से जांचने का आश्वासन दिया और वादा किया कि किसी को निराश नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिसका जो हक है, वह उसे दिया जाएगा।
अब यह देखना है कि इस विवाद का समाधान कैसे होता है और क्या बिहार सरकार इसमें कोई कदम उठाती है।