भागलपुर में नए हवाई अड्डा के लिए प्रस्तावित स्थल की एप्रोच रोड की रिपोर्ट की मांग की गई है। सिविल विमानन निदेशालय ने जिला प्रशासन से इस संदर्भ में जानकारी मांगी है। निदेशालय ने भागलपुर-गोराडीह मुख्य सड़क से प्रस्तावित स्थल तक की दूरी और इसके जद में आने वाले रैयतों की संख्या के बारे में विवरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।

भूमि अधिग्रहण की स्थिति

निदेशालय ने प्रस्ताव संख्या दो का हवाला देते हुए बताया है कि इस परियोजना के लिए तीन मौजा की जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें लगभग आठ किलोमीटर लंबी सड़क और प्रस्तावित हवाई अड्डा स्थल की दूरी तय की गई है। इसमें निम्नलिखित भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा:

  • सरकार अमानत मौजा (थाना संख्या 496):
    • 276 एकड़ रैयती भूमि
    • 208.16 एकड़ गोशाला भूमि
    • 17.03 एकड़ गैरमजरूआ सर्वसाधारण भूमि
    • 18.83 एकड़ बिहार सरकार की भूमि

  • खरवा मौजा (थाना संख्या 470):
    • 38 एकड़ रैयती भूमि
    • 2 एकड़ गैरमजरूआ भूमि
    • 1 एकड़ बिहार सरकार की भूमि

 

  • खरवा मौजा (थाना संख्या 497):
    • 65 एकड़ रैयती भूमि
    • 31.92 एकड़ गोशाला भूमि
    • 1.74 एकड़ गैरमजरूआ भूमि
    • 0.89 एकड़ बिहार सरकार की भूमि

 

मुआवजे का आकलन

इस परियोजना के तहत करीब 370 एकड़ रैयती भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जिसके लिए मुआवजे की राशि 118.44 करोड़ रुपये आंकी गई है।

राजस्व कार्यालय इस संबंध में रिपोर्ट तैयार कर रहा है, जो जल्द ही निदेशालय को भेजी जाएगी। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया जाएगा कि कितने रैयतों की जमीन या मकान इस परियोजना के जद में आएंगे।

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