Bhagalpur Metro Route: बिहार सरकार ने भागलपुर में मेट्रो ट्रेन चलाने को लेकर सैद्धांतिक सहमति दी है, जिससे जिले के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। यह परियोजना जिले के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे पहले भागलपुर में स्मार्ट सिटी परियोजना की शुरुआत की गई थी, और अब मेट्रो रेल परियोजना की घोषणा जिले के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
नाथनगर से अलीगंज, सबौर तक मेट्रो ट्रेन
भागलपुर में मेट्रो रेल परियोजना के लिए डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने की टीम जल्द ही पहुंचने वाली है। अनुमान लगाया जा रहा है कि मेट्रो का रूट नाथनगर से सबौर एग्रीकल्चर कॉलेज और दक्षिणी क्षेत्र के अलीगंज तक होगा। भागलपुर जिले का क्षेत्रफल 2569 वर्ग किलोमीटर है और कुल जनसंख्या 3,037,766 है। शहरी क्षेत्र की जनसंख्या 19.83 प्रतिशत है और मेट्रो रेल शुरू होने से छह लाख से अधिक आबादी को सीधा लाभ मिलेगा।
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स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की कमी मेट्रो ट्रेन से होगी दूर
मेट्रो रेल परियोजना की स्वीकृति के बाद से ही शहर में चर्चाएं शुरू हो गई हैं। स्थानीय लोगों का मानना है कि स्मार्ट सिटी योजना से शहर की सूरत बदलने में जो कमी रह गई थी, वह मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट से पूरी होगी। मेट्रो सेवा शुरू हो जाने के बाद शहर को जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी। वर्तमान में शहर में सुबह से शाम तक कहीं न कहीं जाम लगा रहता है, और लोगों के ऑनलाइन ट्रैफिक चालान भी कट रहे हैं। मेट्रो के आने से यातायात सुगम हो जाएगा और शहर की सड़कों पर जाम की समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
मेट्रो और फ्लाईओवर से पार्किंग की समस्या का समाधान
भागलपुर शहर में जाम से निजात दिलाने के लिए एक फ्लाईओवर का भी निर्माण किया जा रहा है। भीखनपुर से मिरजानहाट शीतला स्थान तक बनने वाले फ्लाईओवर से दक्षिणी क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ मिलेगा। मेट्रो की सुविधा मिल जाने से शहर के हर क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें दूर होंगी। स्थानीय लोगों का मानना है कि मेट्रो रेल परियोजना से शहर में गाड़ियों के लिए पार्किंग की भी जगह मिल जाएगी और चार पहिया वाहन से लेकर तीन पहिया वाहन आसानी से पार्क किए जा सकेंगे।
सांसद अजय कुमार मंडल ने सौंपा था ज्ञापन
स्थानीय सांसद अजय कुमार मंडल ने 16 अक्टूबर 2023 को सीएम नीतीश कुमार को भागलपुर में मेट्रो रेल परिचालन के लिए ज्ञापन सौंपा था। सांसद का कहना है कि यह निर्णय आने वाले समय में मील का पत्थर साबित होगा और संसदीय क्षेत्र को इस प्रस्तावित मेट्रो परियोजना से काफी लाभ मिलेगा।