परीक्षा के मौसम में तनाव बढ़ते हुए, बिहार बोर्ड ने कड़ा एक्शन लिया है। अब परीक्षा केंद्रों पर देर से पहुंचने और चहारदीवारी फांदने के कारण विद्यार्थियों को दो साल तक परीक्षा नहीं देने दिया जाएगा। इसके साथ ही, प्राथमिकता में भी कई विद्यार्थियों को निष्कासित किया जाएगा। बिहार बोर्ड की तरफ से सभी विद्यार्थियों को परीक्षा केंद्र पर समय पर पहुंचने के निर्देश जारी किए गए हैं।
पिछले कुछ दिनों से इंटर परीक्षा को लेकर परीक्षा केंद्रों में अफरा-तफरी देखने को मिल रही है। देर से पहुंची छात्राएं और उनके अभिभावकों के बीच हंगामा बढ़ गया है। पुलिसकर्मियों को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठियों की भांजनी पड़ी है।
आज की ज़बरदस्त खबरें.
बिहार बोर्ड के निर्देश के अनुसार, देर से पहुंचने वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसके साथ ही, प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए सभी विद्यार्थियों को समय पर परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के निर्देश जारी किए गए हैं।
पिछले सालों में बिहार में परीक्षा के समय हर बार कुछ न कुछ विवाद होता रहता है। इस बार भी परीक्षा संचालन को लेकर विवादों का सामना हो रहा है। बिहार सरकार के बड़े निर्णय के बावजूद, परीक्षा केंद्रों में दिखाई दे रही हंगामा ने सभी को चिंतित कर दिया है।
इस समय, सभी की ध्यान में है कि परीक्षा संचालन को सुचारू रूप से कैसे संचालित किया जाए, ताकि विद्यार्थियों को कोई अड़चन न हो। इसके अलावा, उन्हें भी समय पर परीक्षा हॉल में पहुंचने के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।
बिहार बोर्ड के निर्देशों के अनुसार, परीक्षा के समय पर सभी विद्यार्थियों को सही दिशा में ले जाने के लिए पुलिस और परीक्षा कर्मियों को भी विशेष ध्यान देना चाहिए।