भागलपुर, 3 फरवरी: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के शिक्षकों को तीन साल के इंतजार के बाद दूसरे स्थान पर जाने का अवसर मिलेगा। तीन साल बाद, पहले चरण के 3503 और दूसरे चरण के 1967 शिक्षकों का स्थानांतरण होगा। इससे पहले सभी शिक्षक ग्रामीण क्षेत्रों में काम करेंगे।
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि तीन साल तक BPSC के शिक्षकों का कहीं भी स्थानांतरण नहीं होगा। इनका ट्रांसफर राज्यकर्मी की पालिसी के अनुसार होगा। नियोजित शिक्षकों का ट्रांसफर साक्षमता परीक्षा के बाद होगा।
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शहरी क्षेत्रों में शिक्षकों की कमी
ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षकों के स्थानांतरण की वजह से शहरी क्षेत्रों में शिक्षकों का अभाव हो गया है। भागलपुर शहर के नगर निगम क्षेत्र में स्कूलों में 50% शिक्षकों की कमी है।
शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार, नियोजित शिक्षकों की सूची तैयार की जा रही है, जिसे विभाग भेजेगा। सभी शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा देनी होगी, और पास होने पर उन्हें राज्य कर्मी का दर्जा मिलेगा। ट्रांसफर पोस्टिंग राज्यकर्मी के अनुसार होगी।
मार्च महीने से शुरू होगा ट्रांसफर
विभागीय सूत्रों के मुताबिक, नियोजित शिक्षकों का ट्रांसफर पोस्टिंग मार्च महीने से शुरू होगा। यह स्थानांतरण न केवल शिक्षकों को नई ऊर्जा देगा, बल्कि शहरी क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को भी बढ़ावा देगा।