भारतीय रेलवे में ट्रेनों की लेट लाती थी कोई बहुत बड़ी नई चीज नहीं है. देश में कितने भी प्रीमियम ट्रेन क्यों ना शुरू हो जाएं लेकिन ठंडी में कोहरे की मार के आगे सारे लेट नजर आते हैं. लेकिन अब लोगों के लिए राहत भरी खबरिया है कि अगर आप प्राइवेट ट्रेन का सफर कर रहे हैं तो उसमें एक तय समय से ज्यादा विलंब होने पर आपको आपकी टिकट के उपरांत हार जाना प्राइवेट ट्रेन ऑपरेटर को देना पड़ता है.
ट्रेनों की लगातार लेटलतीफी रेल यात्रियों के लिए सिरदर्द बनी हुई है। विशेषकर, शुक्रवार को भी कई ट्रेनें घंटों की देरी से चलेंगी, जिससे यात्रियों को असुविधा हो रही है। हालांकि, दक्षिण दिशा से आने वाली ट्रेनों की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है।
देरी से चल रही ट्रेनें
- तेलंगाना और कर्नाटक एक्सप्रेस: ये ट्रेनें शुक्रवार को सवा घंटे की देरी से गंतव्य पर पहुंचीं।
- पूर्व दिशा की ट्रेनें: इस दिशा से आने वाली अधिकांश ट्रेनें भी काफी देरी से चल रही हैं।
- राजधानी एक्सप्रेस: इनमें से कई एक घंटे से ज्यादा विलंब से चल रही हैं।
- हमसफर एक्सप्रेस: दरभंगा और बरौनी से आने वाली इन ट्रेनों में पांच घंटे की देरी है।
- पटना-आनंद विहार टर्मिनल सुपरफास्ट विशेष: यह ट्रेन पौने सात घंटे की देरी से आनंद विहार टर्मिनल पहुंचेगी और पटना के लिए छह घंटे की देरी से रवाना होगी।
दिल्ली पहुंचने वाली मुख्य ट्रेनें और उनकी देरी
- बरौनी-नई दिल्ली हमसफर क्लोन एक्सप्रेस: पांच घंटे
- दरभंगा-नई दिल्ली हमसफर क्लोन एक्सप्रेस: साढ़े चार घंटे
- हल्दिया-आनंद विहार टर्मिनल साप्ताहिक सुपरफास्ट: पौने चार घंटे
- हावड़ा-नई दिल्ली पूर्वा एक्सप्रेस: पौने तीन घंटे
- दुर्ग-हजरत निजामुद्दीन छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति एक्सप्रेस: सवा दो घंटे
- मुजफ्फरपुर-नई दिल्ली सप्तक्रांति एक्सप्रेस: पौने दो घंटे
- भुवनेश्वर-नई दिल्ली राजधानी, राजेंद्र नगर-नई दिल्ली संपर्क क्रांति एक्सप्रेस: एक घंटा
- रांची-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस: एक घंटा
यात्रियों को इस लेटलतीफी के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे प्रशासन से इस समस्या का समाधान जल्द से जल्द करने की उम्मीद की जा रही है।