Falgun 2024, Falgun Amavasya 2024, Amavasya 2024, Amavasya Stotra : फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की अमावस्या को विशेष महत्व दिया जाता है। इस दिन पितरों की पूजा और उन्हें सन्तुष्ट करने का विशेष महत्व होता है। इस अवसर पर पितृ तर्पण, पितृ पूजा, ब्राह्मणों को भोजन कराना, पिंड दान, और पवित्र नदी में स्नान करना शुभ माना जाता है।
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इस अवसर पर पितृ स्तोत्र का पाठ करने से पितृ होते हैं प्रसन्न।
Falgun Amavasya : पितृ स्तोत्र
अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।
नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम् ॥
इन्द्रादीनां च नेतारो दक्षमारीचयोस्तथा ।
सप्तर्षीणां तथान्येषां तान् नमस्यामि कामदान् ॥
मन्वादीनां मुनीन्द्राणां सूर्याचन्द्रमसोस्तथा ।
तान् नमस्याम्यहं सर्वान् पितृनप्सूदधावपि ॥
नक्षत्राणां ग्रहाणां च वाय्वग्न्योर्नभसस्तथा।
द्यावापृथिवोव्योश्च तथा नमस्यामि कृताञ्जलि: ॥
देवर्षीणां जनितृंश्च सर्वलोकनमस्कृतान् ।
अक्षय्यस्य सदा दातृन् नमस्येsहं कृताञ्जलि: ॥
प्रजापते: कश्यपाय सोमाय वरुणाय च ।
योगेश्वरेभ्यश्च सदा नमस्यामि कृताञ्जलि: ॥
नमो गणेभ्य: सप्तभ्यस्तथा लोकेषु सप्तसु ।
स्वयम्भुवे नमस्यामि ब्रह्मणे योगचक्षुषे ॥
सोमाधारान् पितृगणान् योगमूर्तिधरांस्तथा ।
नमस्यामि तथा सोमं पितरं जगतामहम् ॥
अग्रिरूपांस्तथैवान्यान् नमस्यामि पितृनहम् ।
अग्नीषोममयं विश्वं यत एतदशेषत: ॥
ये तु तेजसि ये चैते सोमसूर्याग्निमूर्तय:।
जगत्स्वरूपिणश्चैव तथा ब्रह्मस्वरूपिण: ॥
तेभ्योखिलेभ्यो योगिभ्य: पितृभ्यो यतमानस:।
नमो नमो नमस्ते मे प्रसीदन्तु स्वधाभुज: ॥
Falgun Amavasya : फाल्गुन अमावस्या 2024 का आयोजन
Falgun 2024, Falgun जिसमें पितृ तर्पण, स्नान, और दान-पुण्य शामिल है। यह अमावस्या पितृ पूजा के लिए विशेष मानी जाती है।
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