Fatty Liver disease: अगर आप पतले हैं और खाते-पीते रहते हैं तो जरा संभल जाइए। क्योंकि अब ऐसी कई बीमारियाँ है जो न मात्र मोटे लोगों को बल्कि पतले लोगों को भी होती है। अब मोटे बच्चे और युवाओं के बाद फैटी लीवर (Fatty Liver) की बीमारी बच्चों एवं दुबले-पतले युवाओं को अपना शिकार बना रही है। इसके शिकार लोग न केवल शुरुआती दौर में गैस की समस्या से जूझ रहे है, बल्कि फैटी लीवर(Fatty Liver) आगे चलकर लीवर सिरोसिस का शिकार बना देगी।
बीते चार माह में मेडिसिन विभाग के ओपीडी में फैटी लीवर (Fatty Liver) के 65 मरीज मिले। इनमें 18 से 45 साल के 50 तो 11 से 16 साल के 15 मरीज थे।
बैक्टीरिया में बदलाव के कारण अब हर आयु वर्ग के लोगों को फैटी लीवर की बीमारी होने लगी है। मसलन खराब खाना खाने और उसके बाद होने वाली समस्या से पेट के बैक्टीरिया प्रभावित होगे। अगर यही समस्या बार-बार हुई तो बैक्टीरिया में बदलाव आ जाएगा। यहां तक ऐसे मरीजों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा भी 30 प्रतिशत तक रहता है।
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉरिमटल के गैस्ट्रोएंटोरोलॉजिस्ट डॉ. राजीव सिन्हा ने कहा कि दुबले पतले लोग और बच्चे फैटी लीवर के तेजी से शिकार होने लगे हैं।
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आखिर क्या है फैटी लीवर बीमारी होने की वजह (Fatty Liver):
- शराब, सिगरेट, चिकन-मटन का अधिक सेवन बनेगा फैटी लीवर का कारण ।
- फोजन फूड्स, जंक फूड्स खाना।
- ख़राब लाइफ स्टाइल और एक्सरसाइज की कमी।
कैसे बचे फैटी लीवर की समस्या से :
- खानपान में एहतियात बरतें, फाइबर युक्त भोजन लें।
- रोज 25 ग्राम फाइबर है। जंक फूड से परहेज करें, वसायुक्त खाद्य पदार्थ न लें ।