बिहार के मधुबनी जिले में बालू माफिया के खिलाफ एक और मामला सामने आया है। इस बार जिला खनिज विकास पदाधिकारी पर हमला किया गया। पदाधिकारी संतोष कुमार को बालू उगाही के अवैध कारोबार करते हुए दो ट्रैक्टरों को लेकर जाते हुए पकड़ा गया। जब पदाधिकारी ने इन ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश की, तो उन्हें हमला किया गया। इस हमले में पदाधिकारी के कपड़े भी फाड़ दिए गए।
पदाधिकारी के अनुसार, मधुबनी जिले में कोई भी बालू घाट कानूनी नहीं है, और सभी बालू उगाही अवैध है। इसलिए जब वह अवैध कारोबार करते हुए ट्रैक्टरों को पकड़ा, तो चालक भाग गए। पदाधिकारी ने इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
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इस मामले में आरएस ओपी क्षेत्र में 8 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। प्रभारी एसडीपीओ बीके बृजेश ने इसकी पुष्टि की है और कहा है कि सरकारी काम को रोकने का प्रयास किया गया है। उन्होंने शिकायत दर्ज की गई है और असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने इस मामले पर आक्रोश जताते हुए कहा है कि खनन और भूतत्व विभाग में माफिया का वर्चस्व रोकना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का निर्देश है। उन्होंने विभाग को निर्देश दिए हैं कि इस मामले पर एक्शन लिया जाए और कमांड कंट्रोल रूम बनाया जाए ताकि इस प्रकार के हमलों को रोका जा सके।