सोशल मीडिया जहां तक लोगों को बुलंदियों की राह दिखाता है वहीं डिजिटल मीडिया पर किसी भी प्रकार का किया हुआ गलत काम आपको सलाखों के पीछे भेज सकता है चाहे आप कितने भी बड़े इनफ्लुएंसर क्यों ना हो आपको जेल के हवा खानी पड़ सकती है.
इसका सबसे बड़ा उदाहरण बिहार का मनीष कश्यप यूट्यूब प्रकरण आ रहा है जिसमें भ्रामक वीडियो के कारण बड़े इनफ्लुएंसर मनीष कश्यप जेल के सलाखों के पीछे पहुंच गए. शायद ही बिहार का ऐसा कोई नागरिक होगा जो मनीष कश्यप के वीडियो से अछूता रहा होगा लेकिन जब कानून ने अपना शिकंजा कसा तो मनीष कश्यप के गिरफ्तारी तथा सोशल मीडिया पर फर्जीवनी की पोल खुलती चली गई.
इस मामले में अब और नई अपडेट्स आ चुकी हैं. मनीष कश्यप जल्द ही जेल से रहा हो सकते हैं. हमने इस पूरे प्रकरण की कवरेज आपके लिए बिंदुवार ढंग से नीचे सजा रखा है.
- जमानत का इंतजार खत्म: मनीष कश्यप को बुधवार को पटना हाईकोर्ट से जमानत मिली थी, और अब उन्हें जेल से रिहाई मिलने वाली है।
- इकोनॉमिक ऑफेंस का मामला: मनीष के खिलाफ इकोनॉमिक ऑफेंस के तहत केस नंबर 5/23 दर्ज किया गया था। इसमें उनपर सोशल मीडिया पर फोटो वायरल करने का आरोप था।
- पटना हाईकोर्ट से राहत: हाईकोर्ट ने बुधवार को मनीष को जमानत देकर राहत प्रदान की।
- वायरल तस्वीर का मामला: आरोप था कि मनीष ने हथकड़ी पहने हुए अपनी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर प्रसारित की थी।
- असली खुलासा: बाद में पता चला कि वह तस्वीर मनीष ने नहीं बल्कि किसी जितेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति ने प्रसारित की थी।
- कुल 13 मामले दर्ज: मनीष के खिलाफ कुल 13 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 11 में उन्हें पहले ही जमानत मिल चुकी है।
- दो मामलों में बेल: पटना हाईकोर्ट से दो मामलों में जमानत मिली, जिनमें से एक हथकड़ी पहने हुए तस्वीर का मामला है।
- तमिलनाडु केस और एनएसए: मनीष को तमिलनाडु में मदुरै कोर्ट से बड़ी राहत मिली थी, जहां उनपर लगा एनएसए हटा दिया गया था।
- फर्जी वीडियो का आरोप: उनपर बिहार के प्रवासी मजदूरों को पीटने के फर्जी वीडियो प्रसारित करने का आरोप था।
- अब रिहाई की राह: जमानत मिलने के बाद, अब मनीष कश्यप को शुक्रवार को जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है।