बिहार में सड़क सुधार के प्रयासों का एक और महत्वपूर्ण कदम लिया गया है, जब राज्य के मोकामा जिले में बन रहे मोकामा ब्रिज का निर्माण तेजी से प्रगति कर रहा है। यह ब्रिज बिहार का पहला सिक्स लेन ब्रिज होगा और गंगा नदी के ऊपर इसका निर्माण हो रहा है।
ब्रिज का स्थान और महत्व
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मोकामा ब्रिज का नामकरण एनएच 31 और 80 के जंक्शन से होकर बरौनी थर्मल पावर प्लांट से पहले सिमरिया से खगड़िया फोरलेन सड़क से किया जा रहा है। इसका निर्माण पूरा होने पर इसका सीधा लाभ बिहार के कई जिलों को होगा,
जिनमें पटना, पूर्णिया, और बेगूसराय शामिल हैं। यह ब्रिज इन जिलों के बीच की दूरी को कम करेगा और आने-जाने में लोगों को और भी सहूलियत प्रदान करेगा।
निर्माण की प्रगति और समस्याएं
मोकामा ब्रिज का निर्माण इस साल के अंत तक नहीं तो अगले साल तक पूरा होने की उम्मीद है। हालांकि, इसके निर्माण में कुछ जमीन अधिग्रहण के मुद्दे के चलते थोड़ी देरी हो रही है, लेकिन सरकार ने इसे भी शीघ्रता से सुलझाने का आश्वासन दिया है।
ब्रिज के लाभ और सहूलियतें
इस ब्रिज के बनने से गुजरने वाले इलाकों में सड़क सुरक्षा में सुधार होगा और यातायात को सही से व्यवस्थित करने में सहूलियतें मिलेंगी। पटना से पूर्णिया और बेगूसराय के बीच की दूरी में भी कमी होने से लोगों को और भी अधिक लाभ होगा।
मोकामा ब्रिज का निर्माण एक सकारात्मक कदम है जो बिहार के सड़क सुधार के क्षेत्र में हुआ है। इससे न केवल यात्रा को सहूलियतें मिलेंगी, बल्कि यह स्थानीय अर्थतंत्र को भी मजबूती प्रदान करेगा। राज्य सरकार और केंद्र सरकार के साथीपन से इस परियोजना को जल्दी पूरा करने की उम्मीद है, ताकि लोग शीघ्र ही इसका लाभ उठा सकें।