बिहार की महिलाएं ने एक वास्तविक सफलता की कहानी लिख दी है। संघर्ष और परिश्रम के माध्यम से वे अब एक लिमिटेड कंपनी के शेयर होल्डर बन गई हैं। यह कहानी ऐसी 500 महिलाओं की है जो ‘कमला फम्र्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ की शेयर होल्डर बनकर अपने सपनों को हकीकत में बदलने में सफल रही हैं।
कभी रोटी के लिए थीं मोहताज, अब लिमिटेड कंपनी में शेयर होल्डर: दरभंगा जिले के किरतपुर और घनश्यामपुर प्रखंड के गांवों में रहने वाली 500 महिलाओं की कहानी कुछ इस प्रकार है। उनका जीवन एक समय कठिन था, जब वे रोज़गार की तलाश में थीं। लेकिन उन्होंने मिलकर मुश्किलों का सामना किया और बिहार के गांवों में बकरी पालन के माध्यम से अपने भविष्य को स्वयं तय किया।
आज की ज़बरदस्त खबरें.
आसपास के 500 परिवारों को बकरी पालन से जोड़ा:
इन महिलाओं ने सिर्फ अपने लिए ही नहीं, बल्कि अपने आसपास के परिवारों के लिए भी एक सामूहिक माध्यम के रूप में बकरी पालन की पहल की। इसके परिणामस्वरूप, 500 परिवारों ने इस उत्पादक कंपनी के साथ जुड़कर अपने आर्थिक स्थिति में सुधार देखा है।
कंपनी में डायरेक्टर भी महिलाएं:
इस कंपनी में डायरेक्टर की कुर्सी पर भी महिलाओं का ही अधिकार है। यहां की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में भी महिलाएं ही हैं, जो इस कंपनी को सफल बनाने में अपना योगदान दे रही हैं। नूतन देवी जैसी नेताओं की उपस्थिति ने इन महिलाओं को और भी प्रेरित किया है अपने सपनों को पूरा करने के लिए।
सम्मान की मिसाल:
यह सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि संघर्ष और परिश्रम से कोई भी मुश्किल हाल हो सकती है। बिहार की महिलाओं ने अपनी आत्मा में आग लगा दी और एक नई उम्मीद की रोशनी जगाई है। उनकी यह कहानी हमें यह भी याद दिलाती है कि महिलाएं ही वो शक्ति हैं जो समाज में परिवर्तन लाने के लिए तत्पर होती हैं।