दरभंगा : दरभंगा जिले के गनौन गांव की नीना सिंह (IPS Nina Singh) ने इतिहास दर्ज किया है। वह सीआईएसएफ की पहली महिला डीजी बनी है। इससे गांव में खुशी की लहर छाई है। शुक्रवार को बाबूबरही में हुई सतघरा चित्रगुप्त सेवा समिति की बैठक में लोगों ने इस उपलब्धि को बड़े उत्साह से स्वीकारा है। नीना सिंह ने बीआर सहित दरभंगा और अपने परिवार का नाम रोशन किया है।
नीना सिंह ने 1989 बैच की आईपीएस अधिकारी के रूप में राजस्थान कैडर में अपनी प्रारंभिक सेवा शुरू की थी। उनकी पहली पदस्थापना 1992 में जयपुर में एएसपी के रूप में हुई थी और उसके बाद उन्होंने सिरोही, जयपुर, अजमेर, और जयपुर में विभिन्न पदों पर सेवा की।
आज की ज़बरदस्त खबरें.
सीआईएसएफ में काम करते हुए, नीना सिंह ने 31 अगस्त 2023 से डीजी प्रभारी के रूप में कार्य किया था। उन्होंने अपनी उत्तम सेवा के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित होकर अपने क्षेत्र में अपनी पहचान बना ली है।
नीना के पिता गणेश लाल दास थे गुमला में डीडीसी
नीना सिंह के चाचा शेखर लाल ने बताया कि नीना के पिता गणेश लाल दास गुमला में डीडीसी थे और पटना में उनका घर है। नीना के पिता की पुण्यतिथि पर बीते नवंबर में पटना आई थीं और इस मौके पर भी उन्होंने अपने पिता को श्रद्धांजलि अर्पित की।
बैठक में नीना की उपलब्धि पर सभी उपस्थित व्यक्तियों ने उन्हें बधाई दी और उनके परिवार को इस गर्व की अनुभूति का सामना करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। नीना सिंह, जो ऊंचे पदों पर होकर भी सगे-संबंधियों के साथ जुड़ी रहती हैं, ने गांव के लोगों के बीच में गर्व और प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं।