मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर की प्रीति ने भुवनेश्वर में हुए राष्ट्रीय स्तर के रग्बी खेल में स्वर्ण पदक जीतकर राज्य का नाम रोशन किया है। प्रीति का यह कारनामा उसके मजदूर पिता की मेहनत और समर्थन की कहानी को साथ लेकर आगे बढ़ाता है।
प्रीति के पिता, एक दिव्यांग मजदूर, ने अपनी आर्थिक मुश्किलों के बावजूद हमेशा हौसला बनाए रखा है। मां गृहणी होने के बावजूद, उन्होंने अपनी तीन बेटियों की पढ़ाई की जिम्मेदारी लेकर उन्हें समर्थन दिया है। प्रीति ने रणजी नेशनल स्कूल फुटबॉल खेल में भी अपनी कला साबित की, जहां उन्होंने गोल्ड मेडल जीता।
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मुजफ्फरपुर के मोहल्ले वासियों की दावेदारी के अनुसार, प्रीति और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही कठिन है। इसके बावजूद, उसके पिता ने कभी हार नहीं मानी और अपनी बेटी को रग्बी में प्रेरित किया। प्रीति ने अपने स्कूल के शिक्षकों और गुरुजनों के साथ मिलकर अपने मुकाम तक पहुंचने में सहयोग पाया।
पढ़ाई की ओर भी प्रतिबद्ध प्रीति ने अपनी रग्बी करियर के साथ-साथ कुढ़नी प्रखंड के उच्च माध्यमिक विद्यालय सकरी सरैया में अच्छे अंक प्राप्त किए हैं। उसने पढ़ाई और खेल के लिए समर्थन देने का वादा किया है। इसके बदले में, उसे विद्यालय परिवार द्वारा सम्मानित किया गया है और पूरे कुढ़नी प्रखंड को गर्वित किया गया है।
विद्यालय के प्रधानाध्यापक वीरप्रकाश ठाकुर ने भी प्रीति को सम्मानित करते हुए उसे आगे बढ़ने के लिए सहयोग और प्रेरणा दी हैं। इससे साफ होता है कि प्रीति की कड़ी मेहनत, उसके परिवार का साथ, और स्कूल के समर्थन से ही वह इस मुकाम तक पहुंची हैं।
इस उपलब्धि के साथ, प्रीति ने न केवल खुद को बल्कि अपने परिवार और समाज को भी गर्वित किया है, जो दिखाता है कि जब मेहनत और समर्थन होता है, तो कोई भी मुश्किल आसानी से पार की जा सकती है।