आरा : ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या (Brahmeshwar Mukhiya Murder) के मामले में सीबीआई (cbi) ने आरा कोर्ट में डायरी सहित करीब 500 पन्नों के दस्तावेज सौंपे हैं। इसमें पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को आरोपित किया गया है।
डायरी समर्पित होने से केस में आगे की कार्रवाई में आसानी
इस समय सीबीआई के अफसरों ने करीब 168 पेज की डायरी सहित दस्तावेजों को कोर्ट में सौंपा। इससे केस की सुनवाई और आगे की कार्रवाई में आसानी होगी। इस मामले में अगली सुनवाई 1 फरवरी को होनी है।
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दस साल बाद आरा के कोर्ट में सौंपी गई चार्जशीट
करीब 10 साल की जांच के बाद सीबीआई ने बीते दिसंबर में आरा के तृतीय अपर जिला एवं सेशन कोर्ट सह विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट में पूरक चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को शामिल किया गया है।
हत्या की जानकारी
ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या जून 2012 में हुई थी, जिसके बाद अन्य जिलों में उपद्रव मचा था। सीबीआई ने इस मामले में पूरक चार्जशीट दाखिल करते हुए राजनीतिक षड़यंत्र का आरोप लगाया है।
चार्जशीट में आरोपित
चार्जशीट में पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय सहित आठ लोगों को आरोपित किया गया है। इनमें अभय पांडेय, नंद गोपाल पांडेय उर्फ फौजी, रितेश उर्फ मोनू और प्रिंस पांडेय पहले से इस केस में भोजपुर पुलिस की ओर से चार्जशीटेड होने के साथ जमानत पर थे।
राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता में हत्या करने का आरोप
सभी पर राजनीतिक षड़यंत्र के तहत ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या करने का आरोप लगाया गया है। इनमें हुलास पांडेय, मनोज राय उर्फ मनोज पांडेय, बालेश्वर राय, अमितेश पांडेय उर्फ गुड्डू पांडेय नए आरोपित बनाए गए हैं।