बिहार के बेतिया जनपद के एक गाँव के मजदूर-किसान के बेटे, आकाश कुमार ने हाल ही में आयोजित ६८ वीं बीपीएससी संयुक्त परीक्षा में चमकीली सफलता हासिल की है। आकाश ने इस परीक्षा में 9वां रैंक हासिल किया है, जोकि उनकी मेहनत और संघर्ष का प्रतीक है।
आकाश के पिता एक मजदूर किसान हैं, और उनका परिवार सामान्य आर्थिक परिस्थितियों के बावजूद उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत और सिद्धांत से भरा जीवन जीना सिखा है।
आकाश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाँव के सरकारी स्कूल से पूरी की और इंटरमीडिएट की पढ़ाई भी बेतिया से की। इसके बाद उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई के लिए बनारस जाकर वाराणसी हिन्दू विश्वविद्यालय में प्रवेश प्राप्त किया।
वहां उन्होंने बीपीएससी की तैयारी शुरू की और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए लगातार मेहनत की। आकाश ने खुद पर और अपनी मेहनत पर पूरा विश्वास रखा और इसमें सफल भी हुए।
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सफलता का सिर्फ आकाश ही नहीं, परिवार और गुरु को भी श्रेय
आकाश के पिता ने इस समय और उनकी मेहनत को देखते हुए उन्हें पूरा समर्थन दिया, जो इस सफलता के पीछे एक महत्वपूर्ण कारण बना। आकाश ने अपने प्रिय गुरु को भी उनकी सफलता का श्रेय दिया और बताया कि उनके मार्गदर्शन ने ही उन्हें सफलता की ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
आकाश की सफलता ने उनके गाँव को गर्वित किया है, और लोग उन्हें समर्थन और प्रशंसा से भरपूर दे रहे हैं। गाँव के अन्य छात्र भी उनसे प्रेरणा लेकर अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मेहनत कर रहे हैं।
आकाश का सुझाव है कि छात्रों को अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए मेहनत करना चाहिए और उन्हें किसी भी परिस्थिति में हार नहीं माननी चाहिए।