बिहार के सिवान जिले से आने वाली सादिया परवीन ने अपनी परिवारिक और सामाजिक मुश्किलों को पार करते हुए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर रखा है। सादिया ने बनकर दिखाया है कि सच्ची मेहनत और संघर्ष से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
इस बिहार की बेटी ने बताया कि उन्होंने पायलट बनने के लिए यूएई में ट्रेनिंग ली और इस दौरान हिजाब पहनकर ट्रेनिंग लेने का अनुभव किया। उनकी कहानी से यह साबित होता है कि वह न केवल अपने सपनों को पूरा कर रही हैं, बल्कि दूसरी लड़कियों को भी प्रेरित कर रही हैं।
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सादिया का इस सफलता का सफर आसान नहीं रहा है। उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष के माध्यम से समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है। उनके पायलट बनने की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि आत्म-समर्पण और उच्च मेहनत से हम किसी भी क्षेत्र में कठिनाईयों को पार कर सकते हैं।
सादिया के गांव में उनके परिवार का साथ है, जो उनकी सफलता में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उनके माता-पिता, दादा-दादी, और अन्य रिश्तेदार गर्व से उनकी प्रगति को देख रहे हैं।
इस समय सादिया फिलहाल डोमेस्टिक प्लेन ही उड़ा रही है, लेकिन उनका उच्चतम लक्ष्य है इंटरनेशनल प्लेन उड़ाने का। उन्होंने बताया कि उनका यह सपना भी जल्द ही पूरा होगा और वह विश्व भर में अपनी कला का प्रदर्शन करेगी।
इस सफलता की कहानी से बिहार के युवाओं को एक नई ऊंचाई तक पहुंचने के लिए प्रेरित होने का अवसर मिलता है। सादिया परवीन ने बताया है कि आपकी मेहनत और संघर्ष की बजह से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, चाहे कितनी भी मुश्किलें क्यों ना हों।