बिहार के सीमांचल और कोसी क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी! पूर्णिया के चूनापुर एयरपोर्ट पर जल्द ही उड़ान सेवाएं शुरू होने वाली हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने अंतरिम टर्मिनल भवन के निर्माण को मंजूरी दे दी है।
यह खबर पूर्णिया, भागलपुर, कटिहार, अररिया, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा और यहां तक कि नेपाल के सीमावर्ती इलाकों के लोगों के लिए बेहद खास है। क्योंकि अब उन्हें हवाई सफर के लिए पटना, बागडोगरा या कोलकाता जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
💰 टर्मिनल निर्माण पर कितना खर्च होगा?
AAI ने ₹33.99 करोड़ की लागत से इस टर्मिनल भवन के निर्माण को मंजूरी दी है। यह राशि पहले अनुमानित लागत ₹44.15 करोड़ से 23% कम है, जिससे यह एक किफायती और प्रभावी प्रोजेक्ट साबित होगा।
🔹 क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
✅ अत्याधुनिक अंतरिम टर्मिनल भवन
✅ यात्रियों के लिए आरामदायक वेटिंग एरिया
✅ आधुनिक चेक-इन काउंटर और सिक्योरिटी चेक
✅ कैफेटेरिया और अन्य सुविधाएं
आज की ज़बरदस्त खबरें.
AAI द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, अब एजेंसी का चयन होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
📍 सीमांचल को कैसे मिलेगा फायदा?
- पूर्णिया से सीधी हवाई सेवाएं शुरू होने से बिहार और झारखंड के कई जिलों के यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी।
- भागलपुर, कटिहार, अररिया, किशनगंज, सुपौल, मधेपुरा और सहरसा जैसे इलाकों के लोगों को एयरपोर्ट तक पहुंचने में आसानी होगी।
- नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग भी यहां से हवाई यात्रा कर सकेंगे।
- क्षेत्र में व्यापार, टूरिज्म और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
- पूर्णिया और आसपास के इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को बढ़ावा मिलेगा।
📊 परियोजना की पूरी जानकारी एक नजर में
विवरण | जानकारी |
---|---|
एयरपोर्ट स्थान | चूनापुर, पूर्णिया |
मंजूरी दी | एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) |
निर्माण लागत | ₹33.99 करोड़ |
अनुमानित लागत | ₹44.15 करोड़ (23% कम में बनेगा) |
लाभार्थी क्षेत्र | सीमांचल, कोसी, पूर्वी बिहार और नेपाल |
वर्तमान स्थिति | टेंडर प्रक्रिया पूरी, जल्द होगा निर्माण |
🚀 उड़ान सेवाएं कब शुरू होंगी?
अब एजेंसी का चयन होते ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। माना जा रहा है कि 2025 के अंत तक इस टर्मिनल से हवाई सेवाएं शुरू हो सकती हैं।
📢 सीमांचल के लिए ऐतिहासिक पल!
पूर्णिया एयरपोर्ट पर टर्मिनल निर्माण की मंजूरी से यह साफ हो गया है कि अब सीमांचल और कोसी के लोग भी सीधे हवाई यात्रा का आनंद ले सकेंगे। यह प्रोजेक्ट न केवल आवागमन को आसान बनाएगा, बल्कि आर्थिक और औद्योगिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।