राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने फिर एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अगले साल से चार वर्षीय बीए-बीएड और बीएससी-बीएड पाठ्यक्रमों को बंद कर दिया गया है। इसके स्थान पर नया एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) लागू किया जाएगा।
इस नए कोर्स के साथ, बीए और बीएससी के छात्र अब शिक्षक बनने के लिए इस कोर्स को पूरा कर सकते हैं। आईटीईपी एक सेमेस्टर प्रणाली भी शुरू करेगा, जिससे कोर्स का सिलेबस पूरी तरह से बदल जाएगा।
यह निर्णय नई शिक्षा नीति के तहत किया गया है, जिसके तहत केंद्र सरकार नए शिक्षकों की तैयारी को और भी मजबूत करना चाहती है।
एनसीटीई ने इस संबंध में जानकारी जारी की, जिसके अनुसार 2024-25 के शैक्षणिक सत्र से बीए, बीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रमों का अंतिम वर्ष है। उन्होंने बताया कि 2025-26 से इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश नहीं होगा, बल्कि ITEP 2025-26 से लागू किया जाएगा।
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इस बदलाव के साथ, शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों को नए कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का मौका दिया गया है, जो कि 5 मार्च तक जारी होगा।
शिक्षाविद् प्रो डॉ राजेंद्र कुमार श्रीमाली ने बताया कि इस नए पाठ्यक्रम में बीए-बीएड के साथ-साथ बीएससी-बीएड, बीकॉम-बीएड भी शामिल हैं। यह पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति: 2020 (एनईपी) के अनुसार संचालित किया जाएगा, और स्कूली पाठ्यक्रम की रूपरेखा को भी ध्यान में रखा गया है।
शिक्षाविद् प्रो. अशोक भार्गव ने कहा कि अभी तक दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम को बंद करने के लिए कोई अधिसूचना जारी नहीं की गई है, और दो साल का कोर्स 2030 तक चलेगा। लेकिन 2030 के बाद, शिक्षक बनने के लिए चार साल के पाठ्यक्रम को ही पूरा करना होगा।