जम्मू कश्मीर के पुंछ के मेंढर में धमाके में बलिदान हुए थल सेना लेफ्टिनेंट आनंद कुमार खगड़िया जिले के परबत्ता प्रखंड अंतर्गत जोरावरपुर पंचायत के नयागांव शिरोमणी टोला के रहने वाले थे। आनंद कुमार के पिता मधुकर सनगही बिहार पुलिस में अधिकारी हैं। मां ममता देवी गृहिणी हैं। बलिदानी आनंद कुमार के नयागांव शिरोमणी टोला, वार्ड नंबर आठ स्थित आवास पर ताला लटका हुआ है।
बलिदान होने की सूचना मिलते ही आनंद कुमार के माता-पिता पटना से रवाना हो चुके हैं। इनके रिश्ते के चाचा संजीव कुमार ने बताया कि आनंद कुमार 2017 में भारतीय थल सेना को ज्वाइन किया। उनके बलिदान की खबर आज सुबह उनके पिता मधुकर सनगही ने ग्रामीणों को दी।
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आनंद कुमार सेंट जोसेफ स्कूल भागलपुर से 10वीं और 12वीं की पढ़ाई की। वे पढ़ने में काफी तेज थे। इबलिदान होने की सूचना पर भागलपुर में भी शोक है। आनंद का बचपन KN Jha Lane, PO- Champa Nagar में बीता। 12वीं तक की पढ़ाई आनंद से भागलपुर से की है। नके एक चाचा विभूति सनगही भागलपुर रहते हैं। उनके माता-पिता भी पर्व त्योहार में ही खगडि़या आते हैं। आनंद के एक चाचा राजेंद्र सनगही दारोगा हैं। वे भी बाहर ही रहते हैं।
आनंद के बलिदान की खबर बाद पैतृक गांव में सन्नाटा पसर गया है। ग्रामीणों को अपने इस वीर सपूत पर गर्व है। ग्रामीण इस वीर सपूत के शव आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं। आनंद दो भाइयों में बड़े थे। आनंद की शादी नहीं हुई थी।
बलिदानी आनंद के चाचा विभूति सनगही ने बताया कि मधुकर सनगही पटना जिला बल में हवलदार के पद पर हैं। मधुकर सनगही चार भाई हैं। वे सबसे छोटे हैं। बड़े भाई राजेंद्र बेतिया में दारोगा है। मिथिलेश गांव में खेती-बाड़ी करते हैं। विभूति सीतामढ़ी में हवलदार हैं। बलिदानी आनंद का छोटा भाई प्रीतम दिल्ली में तैयारी कर रहा है। बलिदानी आनंद के चाचा के अनुसार वे लेफ्टिनेंट के पद पर थे। एनडीए कर लेफ्टिनेंट बने थे।