भागलपुर: जिले में जल्द ही एक कैंसर अस्पताल खुलने की उम्मीद है। इसे लेकर जिलाधिकारी (DM) डा. नवल किशोर चौधरी ने बुधवार रात स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। DM ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अस्पताल के लिए उपयुक्त जमीन या स्थान चिह्नित किया जाए, ताकि कैंसर अस्पताल स्थापित करने की प्रक्रिया तेज हो सके।

 

सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निरीक्षण

गुरुवार सुबह गैर संचारी रोग पदाधिकारी डा. पंकज कुमार मनस्वी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल पहुँचे और नोडल पदाधिकारी डा. महेश कुमार के साथ चर्चा की। विचार किया गया कि क्या सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के साथ ही कैंसर अस्पताल चलाया जा सकता है, लेकिन तकनीकी पहलुओं और सरकारी अनुमति की प्रक्रिया को देखते हुए इसकी संभावना जटिल मानी गई।

 

मेडिकल कॉलेज की 25 एकड़ जमीन पर प्रस्ताव

  • चर्चा के दौरान यह सुझाया गया कि मेडिकल कॉलेज के पास खाली पड़ी 25 एकड़ भूमि कैंसर अस्पताल के लिए उपयुक्त हो सकती है।
  • इस प्रस्ताव को जल्द ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने रखा जाएगा, ताकि उनकी मंजूरी लेकर परियोजना को आगे बढ़ाया जा सके।

 

सर्वाइकल कैंसर रोकथाम: बच्चियों को दी जाएगी HPV वैक्सीन

भागलपुर में सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए 9 से 14 साल की बच्चियों को HPV वैक्सीन लगाई जाएगी। यह टीकाकरण मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत होगा। जिले में फिलहाल 420 डोज आ चुकी हैं और एक हफ्ते के अंदर बच्चियों का पंजीयन शुरू होने की संभावना है।

 

कमेटी का होगा गठन

  • DM के आदेश पर एक कमेटी बनाई जाएगी, जो टीकाकरण कार्य को सुचारू रूप से अंजाम देगी।
  • उम्मीद की जा रही है कि इस अभियान के नोडल पदाधिकारी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी होंगे।
  • कमेटी बनने के बाद सीएस, अस्पताल उपाधीक्षक, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक एवं पीएसएम के एचओडी के साथ बैठक होगी, जिसके बाद टीकाकरण अभियान आरंभ होगा।

 

कहाँ बनेगा वैक्सीनेशन सेंटर?

  • फिलहाल दो स्थानों पर सेंटर बनाने की योजना है:
    1. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल
    2. सदर अस्पताल
  • गुरुवार को जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डा. धनंजय कुमार ने अस्पताल अधीक्षक डा. केके सिन्हा के साथ बैठक कर वैक्सीनेशन की रूपरेखा पर चर्चा की।

 

कोरोना वैक्सीनेशन की तर्ज पर काम

  • HPV टीकाकरण को भी कोरोना वैक्सीनेशन की तर्ज पर संचालित किया जाएगा।
  • सबसे पहले 9 से 14 साल की बच्चियों का पंजीयन होगा, जिसके बाद उन्हें टीकाकरण की तिथि दी जाएगी।
  • तय तिथि पर बच्चियां अस्पताल या केंद्र पर जाकर वैक्सीन लगवा सकेंगी।

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