Bhagalpur Goradih Airport. भागलपुर वासियों की वर्षों पुरानी मांग अब जल्द ही पूरी होने वाली है। दरअसल, भागलपुर में हवाई सेवा को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही थी। संघर्ष समिति द्वारा धरना प्रदर्शन और कई बार चिट्ठी लिखने के बाद, अब शहरवासियों की उम्मीदें जागी हैं।
यहां से हवाई जहाज उड़ने की प्रबल संभावना जताई जा रही है। हालांकि, शुरुआत में यहां से छोटे प्लेन उड़ेंगे, जिन्हें कनेक्टिव जहाज भी कहा जाता है। भागलपुर एयरपोर्ट से आसपास के एयरपोर्ट को जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
आज की ज़बरदस्त खबरें.
जिलाधिकारी नवल चौधरी ने बताया कि भागलपुर वासियों की यह मांग काफी पुरानी है। हवाई जहाज उड़ाने को लेकर प्रयास किए गए हैं और गोराडीह में जमीन भी चिन्हित कर ली गई है। हालांकि, वहां पर एयरपोर्ट विकसित होने में समय लगेगा। तत्कालीन योजना के तहत भागलपुर के पुराने एयरपोर्ट से कनेक्टिव जहाज चलाने की तैयारी की जा रही है।
इसके लिए 4 करोड़ की लागत से रनवे को दुरुस्त किया जा रहा है। एयरपोर्ट की चारों तरफ की दीवार को भी सही किया गया है और अंदर की सभी सुविधाएं जल्द ही पूरी कर ली जाएंगी, जिससे छोटे प्लेन उड़ाने में कोई समस्या न हो। छोटा प्लेन उड़ने से स्थानीय लोगों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी।
कारोबार में आएगी बढ़ोतरी
यहां हवाई सेवा शुरू होने के बाद सबसे अधिक फायदा कारोबारियों को होगा। भागलपुर सिल्क नगरी के नाम से जाना जाता है और यहां का सिल्क देश-विदेश में प्रसिद्ध है। हवाई सेवा नहीं होने के कारण इसका कारोबार धीरे-धीरे ठप पड़ रहा था।
हवाई सेवा शुरू होने से कारोबार में बढ़ोतरी की संभावना है। यहां के प्रसिद्ध जर्दालु आम, कतरनी चूड़ा, मनराजी लीची समेत कई उत्पादों को भी बढ़ावा मिलेगा। समय की बचत होने से इनकी मांग भी बढ़ेगी और उद्योगपति आकर खुद से सामान देखकर ऑर्डर दे पाएंगे। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि हवाई सेवा शुरू होने के बाद सिल्क नगरी का कारोबार अत्यधिक फल-फूल जाएगा।