बिहार के पटना में देश के राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को समर्पित बापू टावर का निर्माण पूरा हो गया है। यह टावर 120 फीट की ऊचाई पर बना है और पटना के गर्दनीबाग में स्थित है। इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में चिह्नित किया जा रहा है।
बापू टावर का निर्माण कार्य 2 अक्टूबर 2018 को शुरू किया गया था और इसका उद्घाटन 4 फरवरी 2024 को होगा। इसकी बाहरी भागों पर तांबे का आवरण जड़ा गया है, जिससे यह रात को चमकता है और एक नए चाँद की तरह दिखता है।
बिहार के बापू टावर में बापू की जीवनी, शिक्षा, आदर्श, और स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका पर आधारित दृश्यांकन होगा। टावर का कुल लागत 129 करोड़ रुपए है, जिसमें 85 करोड़ सिविल कार्य और 45 करोड़ प्रदर्शनी के लिए खर्च हो रहा है।
इस पर्यटन स्थल में कैफेटेरिया, रिसर्च सेंटर, और अन्य सुविधाएं होंगी, जो यात्रीगण को बापू के विचार और जीवन के प्रति अधिक समझने का मौका देगी।
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बापू टावर का निर्माण ग्रीन टेक्नोलॉजी का प्रयोग करते हुए किया गया है, जिससे पर्यावरण का समर्थन किया जा रहा है। इसमें सतत विकास के उच्च मानक और वैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग किया गया है।
बापू टावर का निर्माण बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में देखा जा रहा है, जिससे पटना में एक नया पर्यटन स्थल उत्पन्न होगा और बापू के सिद्धांतों को जनता के बीच प्रसारित करने में मदद करेगा।