पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले आंगनबाड़ी सेविका-सहायिकाओं और पंचायत प्रतिनिधियों के लिए खजाना खोला है। दो दिन पहले सेविका-सहायिकाओं को भत्ता बढ़ाने का आश्वासन दिया गया था, जो आज मंगलवार को कैबिनेट की बैठक में मानदेय बढ़ाने का मुहर लगाकर घोषित किया गया है।
सेविकाओं को अब तक भत्ता के तौर पर 1450 रुपए मिलते थे, जो अब 2500 रुपए मिलेंगे। आंगनबाड़ी सहायिकाओं को राज्य भत्ता के तौर पर 725 रुपए मिलते थे, जो अब 1750 रुपए मिलेंगे।
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मुखिया को मानदेय में 5000 रुपए प्रति माह का इजाफा किया गया है, जो पहले 2500 रुपए मानदेय मिलता था। उप मुखिया का मानदेय 1200 रुपए से बढ़ाकर 2500 रुपए प्रतिमाह किया गया है। वार्ड सदस्य का मानदेय 500 रुपए से बढ़ाकर 800 रुपए प्रतिमाह किया गया है।
मानदेय वृद्धि
सरपंच का मानदेय 2500 रुपए से बढ़ाकर 5000 रुपए प्रतिमाह किया गया है। उप सरपंच का मानदेय 1200 रुपए से बढ़ा कर 2500 रुपए कर दिया गया है। बिहार सरकार ने पंच का मानदेय 500 रुपए से 800 रुपए कर दिया है। इससे ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी के लगभग 2 लाख 35 हजार 148 सदस्यों को लाभ होगा। सभी के मानदेय में इजाफा 1 अप्रैल 2024 से लागू होगा।
नौकरी से हटाई गईं 18 हजार 220 आंगनबाड़ी सेविका काम पर वापस
मुख्यमंत्री ने नौकरी से हटाई गईं 18 हजार 220 आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं को काम पर वापस रखने का भी आश्वासन दिया है। शनिवार को कार्यमुक्त करने का आदेश वापस ले लिया गया है, जिससे राज्य के आंगनबाड़ी सेविकाओं को नई उम्मीद मिली है।