बिहार के 12 साल के बच्चे ऋतिक राज ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा और मेहनत से राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज (RIMC) इंट्रेंस एग्जाम में टॉप किया है। यह छोटे से गांव के छात्र ने अपने माता-पिता के साथ रहकर, किसान के परिवार से उठकर देश के लिए सेना में सेवा करने का सपना देखा है।
मेहनत और इच्छाशक्ति की कहानी:
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ऋतिक राज के पिता रूपेश कुमार सिंह एक किसान हैं, और मां रंभा कुमारी एक शिक्षिका हैं। गरीबी और छोटे से गांव के बावजूद, ऋतिक ने अपनी मेहनत और इच्छाशक्ति से RIMC की परीक्षा में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
गांव का गर्व:
ऋतिक ने गांव को ही नहीं, बल्कि जिले और राज्य को भी गर्वित किया है, जब उन्होंने RIMC इंट्रेंस एग्जाम में आओल इंडिया में पहला स्थान हासिल किया।
पैरेंट्स का साथ और समर्थन:
ऋतिक के पिता रूपेश कुमार सिंह ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही सेना में जाने का सपना देखता था, और उन्होंने इसे पूरा करने के लिए जगह-जगह से शिक्षा प्राप्त की। माता रंभा कुमारी ने भी बेटे की इच्छा को देखते हुए उसे ऑनलाइन शिक्षा दिलाई, जिससे ऋतिक ने इस प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता हासिल की।
उज्ज्वल भविष्य की दिशा में:
ऋतिक ने अपने प्रेरणादायक कदमों से बताया है कि वह बुद्धिमानी और मेहनत से अपने सपनों को पूरा कर सकता है। उनके परिजन और गांववाले उनकी सफलता पर गर्वित हैं और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की कामना है।
बेटी भी सेना की तैयारी में:
ऋतिक के परिवार ने बताया कि उनकी छोटी बहन भी सेना की तैयारी में जुटी है और उसे भी सेना में सेवा करने की इच्छा है। ऋतिक की सफलता ने गांव के युवाओं को प्रेरित किया है और उन्हें सेना और अन्य रक्षा सेवाओं की ओर आग्रहित किया ह