पटना: बिहार में वायु प्रदूषण की स्थिति बढ़ती जा रही है, और शनिवार को भागलपुर ने राज्य का सर्वाधिक प्रदूषित शहर बना दिया है। यहां एक्यूआइ 410 के स्तर पर पहुंच गया, जो खतरनाक स्तर को दर्शाता है। इसके साथ ही, पटना में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 307 के साथ अत्यंत खराब स्तर पर रहा।
बिहार के कई शहरों में रिकार्ड प्रदूषण
राजगीर, छपरा, आरा, सहरसा, पूर्णिया, अररिया, मुंगेर में वायु प्रदूषण की मात्रा भी 300 एक्यूआइ के पार कर गई है। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के विशेषज्ञों का कहना है कि वातावरण में कोहरे का प्रभाव बढ़ने के कारण वायु प्रदूषण में इस तरह की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
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पटना में इको पार्क का हालत भी खराब
पटना में इको पार्क का हालत शनिवार को भी खराब रहा, जहां एक्यूआइ की मात्रा 362 रिकार्ड हुई। राजधानी में सबसे कम वायु प्रदूषण पटना सिटी में रहा, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि पटना में निर्माण कार्य ही प्रदूषण का मुख्य कारण है। उन्होंने भविष्य में भी स्थिति में सुधार करने के लिए उचित मानकों का पालन करने की आवश्यकता बताई।
प्रदूषण स्तरों का तालिका:
- भागलपुर: 410 (सर्वाधिक)
- सहरसा: 378
- राजगीर: 358
- अररिया: 338
- छपरा: 335
- आरा: 326
- पूर्णिया: 320
- मुंगेर: 301
- पटना सिटी: 271 (न्यूनतम)
प्रदूषण मानक
- 0 से 50: अच्छा
- 51 से 100: संतोषजनक
- 101 से 200: मध्यम
- 201 से 300: खराब
- 301 से 400: अत्यंत खराब
- 400 से अधिक: गंभीर या खतरनाक
वायु प्रदूषण को लेकर नियमित जागरूकता और कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि इस समस्या का समाधान संभव हो सके।