बिहार के बेगूसराय जिले के एक बैंक मैं एक महिला को अपने हिसाब हटाकर चेहरे दिखाने के लिए कहा गया इसके बाद इंटरनेट पर वायरल हुए इस वीडियो ने बवाल काट दिया.

हिजाब हटाने को लेकर एक समुदाय के समर्थक इसे एक बड़ा साहसिक कदम बताने का हवा बना रहे हैं तो वही अलग समुदाय के लोग इसे अपने सामुदायिक मूल्यों के ऊपर एक बड़ा हमला बता रहे हैं.

लेकिन जो असल मामला है जो लोगों तक के पहुंच में नहीं है वह काफी नहीं बल्कि पूरा प्रैक्टिकल और अलग है. असल में ब्रांच मैनेजर रितेश कुमार ने बताया कि कैशियर को सिग्नेचर में कुछ खामी नजर आ रही थी और महज पैसे सही जगह और सही ऑथराइजेशन के साथ जाए इसके लिए महज चेहरा दिखाने के लिए कहा गया था. चल रहे हिजाब प्रोटेस्ट को लेकर इसका कोई कनेक्शन नहीं है और ना ही उन्हें एवं के बैंक को किसी भी प्रकार से हिजाब से परेशानी है.

शायद अब तक आप भी उस वायरल वीडियो पर अपनी राय दे चुके होंगे और कोई ना कोई ओपिनियन बना चुके होंगे लेकिन ध्यान रखें की कोई ओपिनियन बनाने से पहले सही तथ्यों को जाने और केवल उसे ही सोशल मीडिया या पर्सनल जिंदगी में भी फॉरवर्ड करें.

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