Bihar Kshamta Pariksha, Bihar Pariksha, Bihar Kshamta Pariksha Update, Bihar Competency Test : सक्षमता परीक्षा की आखिरी तारीख, जो कि 6 मार्च को थी, के बाद से ही बिहार के शिक्षकों के पास संदेह का सामना है। इस परीक्षा के लिए आवेदन करने वाले शिक्षकों को अपने एसटेट, बीटेट, सीटेट के सर्टिफिकेट अपलोड करना आवश्यक था। इस दौरान एक मामला नवादा जिले से सामने आया है, जहां कई शिक्षकों के सर्टिफिकेट पर अधिकतम एक शिक्षक काम कर रहे हैं।
इस मामले को ध्यान में रखते हुए शिक्षा विभाग ने अंदरूनी जांच की और इस प्रक्रिया में 860 ऐसे शिक्षकों की खोज की गई है, जिनके सर्टिफिकेट पर एक से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। इससे उठे सवाल कि किन शिक्षकों के सर्टिफिकेट असली हैं और किनके डुप्लीकेट हैं। यह निकालना महत्वपूर्ण है।
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इस संदेह को हल करने के लिए, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने ऐसे 860 शिक्षकों को अपने पूरे डॉक्यूमेंट के साथ समिति के कार्यालय में आने के लिए निर्देशित किया है। डॉक्यूमेंट की वेरिफिकेशन प्रक्रिया गोपनीय ढंग से होगी और यह 21 मार्च तक चलेगी।
इसके अलावा, सीरियल नंबर के आधार पर शिक्षकों को अपने पूरे डॉक्यूमेंट के साथ समिति के कार्यालय में जाने का निर्देश दिया गया है। समिति के अधिकारी सभी के सर्टिफिकेट की जांच करेंगे और यह तय करेंगे कि किसका सर्टिफिकेट असली है और किसका डुप्लीकेट। जिन शिक्षकों के सर्टिफिकेट डुप्लीकेट पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी।
इसके साथ ही, अगर जांच के दौरान किसी शिक्षक के सर्टिफिकेट फर्जी पाया जाता है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों के नामों की सूची ईटीवी भारत के पास है, लेकिन अभी वे संदेह के घेरे में हैं, इसलिए नाम प्रकाशित नहीं किया जा रहा है।