मंजरी जरुहर ने अपने परिश्रम और संघर्ष के माध्यम से बिहार की पहली महिला IPS अधिकारी बनकर एक महत्वपूर्ण सफलता कहानी रचाई हैं। उन्होंने विभिन्न चुनौतियों का सामना करते हुए अपने सपनों को पूरा करने का आदान-प्रदान किया है।
मंजरी की यह सफलता एक बॉलीवुड फिल्म ‘जय गंगा जल’ में भी प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। उनकी अनूठी कहानी देशभर की बेटियों के लिए मार्गदर्शन है।
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शिक्षित परिवार से होने के बावजूद, उनकी शादी को सिर मिलाकर भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास में UPSC एग्जाम क्लीयर कर आईपीएस अधिकारी बन गईं।
मंजरी जरुहर ने पहले अटेम्प्ट में सफलता नहीं प्राप्त की, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे अटेम्प्ट में सफलता हासिल की। उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें बिहार की पहली महिला IPS अधिकारी बना दिया।
इसके बाद, उन्होंने पटना वीमेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया और दिल्ली विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कंप्लीट की। आईपीएस बनने के बाद उन्होंने रिटायर होने के बाद ‘मैडम सर’ नामक किताब लिखी, जो उनके अनुभवों को साझा करती है।
मंजरी जरुहर की कहानी ने दिखाया है कि संघर्ष, मेहनत, और सकारात्मक मानसिकता से कोई भी चुनौती को पार कर सकता है और सपनों को हकीकत में बदल सकता है। उनकी उपलब्धियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी हैं।