बिहार के पटना में 4 साल के मासूम आयुष की हत्या मामले में पुलिस ने टिनी टॉट एकेडमी स्कूल के प्रिंसिपल और उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी अभी फरार है. आयुष के चाचा ने स्कूल मैनेजमेंट पर गंभीर आरोप लगाते हुए दीघा थाने में मामला दर्ज करवाया था.

उनका आरोप है कि आयुष की स्कूल फीस के 8400 रुपये बकाया था. इसी को लेकर स्कूल के संस्थापक और प्रिंसिपल ने उन्हें धमकी दी थी.

चाचा ने कहा कि हम लोगों ने प्रिंसिपल से कहा भी था कि जल्द ही बकाया रकम दे देंगे. फिर भी उन लोगों ने षड़यंत्र रचकर हमारे आयुष को मार डाला. पुलिस के मुताबिक, पीड़ित परिजनों की ओर से दिए गए लिखित बयान के आधार पर वीणा झा, धनराज झा और मनीष के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है. वीणा झा और धनराज झा को गिरफ्तार कर लिया गया है. मनीष की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. मामले में जांच जारी है.

प्रिंसिपल ने कबूला जुर्म

पुलिस पूछताछ में प्रिंसिपल वीणा झा ने आयुष को गटर में डालने की बात कबूल कर ली है. कहा कि स्कूल में खेलते वक्त आयुष स्लाइडर से गिर गया था. वो बेहोश हो गया था, उसके सिर में चोट लगी थी. उसके सिर से बहुत ज्यादा खून बह रहा था. हम ये देखकर डर गए. इसलिए मैंने बेटे धनराज के साथ मिलकर खून के धब्बे हटाए. फिर आयुष को गटर में फेंक दिया. हमें लगा किसी को कुछ पता नहीं चलेगा और हम बच जाएंगे.

क्या हुआ था घटना वाले दिन

गुरुवार देर रात करीब 3 बजे क्लासरूम के अंदर ही गटर से आयुष का शव मिला था. वो इसी स्कूल में और इसी क्लास रूम में नर्सरी में पढ़ता था. 12 बजे आयुष का स्कूल खत्म होता था फिर वह डेढ़ बजे से इसी स्कूल में कोचिंग लेता था. सुबह 7 बजे वो स्कूल के लिए निकला था. 3 बजे आयुष घर लौटता था. लेकिन उस दिन नहीं लौटा. जब पता किया गया तो प्रिंसिपल ने उन्हें सीसीटीवी कैमरा दिखाया. लेकिन इसमें आयुष का 10 मिनट का फुटेज गायब मिला. परिवार को शक हुआ. लेकिन प्रिंसिपल भी कुछ मानने को तैयार नहीं थे.

गटर में मिला आयुष का शव

फिर मामला पुलिस तक पहुंचा. पुलिस ने बताया कि शुक्रवार सुबह हमने स्कूल के सभी CCTV कैमरे चेक किए. शक हुआ तो उस क्लास रूम में गए, जहां गटर था. पुलिस ने गटर का ढक्कन हटाया तो अंदर आयुष का शव था. पुलिस ने शव को बाहर निकाला. शव देख आयुष के परिवार को गुस्सा आ गया. जैसे ही आयुष का शव निकाला गया, स्कूल से सभी शिक्षक भी भाग चुके थे. शव मिलने के बाद गुस्साए लोगों ने स्कूल कैंपस में तोड़फोड़ की, बिल्डिंग में आग लगा दी. गुस्साए परिजनों ने शव को सड़क पर रख दानापुर-गांधी मैदान मुख्य मार्ग को बाटागंज पेट्रोल पंप के पास जाम लगा दिया. सड़क पर भी आगजनी की गई.

आयुष की बहन का खुलासा

मामले की जांच चल ही रही थी कि तब आयुष की बहन प्रिया ने चौंकाने वाला खुलासा किया. कहा कि धनराज सर ने मेरे सामने आयुष को गटर में रखकर उसके ऊपर लकड़ी का पटरा रख दिया था. इसके बाद उस पर प्लास्टिक का बोरा रख दिया और वहां से निकलते हुए मेन गेट को बंद कर दिया. हम लोग आयुष को ढूंढने लगे. हम लोगों ने कहा कि आपने ही मेरे भाई को रखा है. मेरे भाई को वापस कीजिए. इस पर धनराज सर क्लास की ओर जाने से मना करने लगे.

प्रिया ने आगे कहा, ‘मैंने धनराज सर से कहा कि मैं घर जाकर अपने पिता को घटना के बारे में बताऊंगी. इसके बाद धनराज सर ने धमकी भी दी. उन्होंने कहा कि अगर किसी को कुछ कहा तो तुम देखना कि तुम्हारा क्या हाल होता है. इसके कारण मैंने किसी को कुछ नहीं कहा.’ फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है. आरोपियों से पूछताछ अभी जारी है.

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