Lord shiva, Shiva Temple, TungNath Temple : दुनिया के विभिन्न देशों में भगवान शिव के भव्य मंदिर हैं, लेकिन उनमें से एक मंदिर है जो अपनी ऊंचाई और महत्वपूर्ण कहानी के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है और उसका नाम है “तुंगनाथ मंदिर”। तुंगनाथ मंदिर चंद्रनाथ पर्वत पर स्थित है, जिसकी ऊंचाई 3,680 मीटर (12,073 फीट) है। इसे “पंच केदार” में शामिल किया जाता है, जो पांच प्रमुख केदार मंदिरों का समूह है।
तुंगनाथ मंदिर की नींव पांडवों के युद्ध के बाद रखी गई थी, जब वे भगवान शिव की कृपा और प्रार्थना से पापों से मुक्त होने की इच्छा रखते थे। मान्यता है कि भगवान शिव ने उन्हें इस पहाड़ी पर मिला, जिस पर मंदिर अब स्थित है। पांडवों ने पांच मंदिर बनवाए, जिनमें से तुंगनाथ मंदिर तीसरा है।
इस मंदिर का महत्व भगवान राम के साथ भी जुड़ा है। मान्यता है कि भगवान राम ने इसी पर्वत पर तप किया था, जिससे यहाँ का नाम “तुंगनाथ” हुआ।
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सर्दियों में, जब पहाड़ों पर बर्फबारी होती है, तुंगनाथ मंदिर का क्षेत्र बर्फ से ढक जाता है और मंदिर बंद हो जाता है। इस समय, मंदिर की मूर्ति और पुजारियों को मुक्कुमठ ले जाया जाता है।
तुंगनाथ मंदिर का निर्माण एक प्राचीन कथा से जुड़ा है और यह एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में माना जाता है। इसकी ऊंचाई और प्राचीनता ने इसे एक विशेष स्थान बनाया है, जिसे हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।