एक बार फिर से आम लोगों जेब पर जबरदस्त अटैक होने वाला है। आपको बता दें कि अब घर बनाने में लोगो को पहले से ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। लाल ईट की कीमत में जबरदस्त उछाल हो गया है। दरअसल, सरकार ने ईंट भट्टा कारोबारी पर जीएसटी (GST) की दर में बदलाव किया है। इस वजह से कई लोगों को परेशानी हो रही है।

शुल्क समझिए.

31 मार्च तक ईंटों के निर्माण और व्यापार पर 5% GST लगता था। लेकिन, अब वह 1 अप्रैल से बढ़कर 6% हो गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, ईंट भट्ठा कारोबारी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के बिना छह प्रतिशत जीएसटी देने के लिए एक समग्र (कंपोजीशन) योजना को चुन सकते हैं। जो कारोबारी कंपोजीशन योजना का विकल्प नहीं चुनना चाहते हैं, उन पर आईटीसी के साथ 12 प्रतिशत वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगेगा।

1 अप्रैल से हुआ हैं लागू.

सरकार ने 31 मार्च को जीएसटी दरों को अधिसूचित किया, जो 1 अप्रैल से लागू हैं। अधिसूचना के अनुसार ईंट, टाइल्स, फ्लाई ऐश ईंट और जीवाश्म ईंट के निर्माता कंपोजीशन योजना का विकल्प चुन सकते हैं। गौरतलब है कि अब तक, ईंटों के निर्माण और व्यापार पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगता था, और व्यवसायों को इनपुट पर क्रेडिट का दावा करने की अनुमति थी। जीएसटी परिषद ने पिछले साल सितंबर में ईंट भट्ठों को एक अप्रैल 2022 से विशेष संरचना योजना के तहत लाने का फैसला किया था। यहाँ दी गई जानकारी पाठकों की डिमांड पर तैयार करके दी जा रही है, इसकी किसी व्यक्ति विशेष से कोई संबंध नहीं है।

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