जब खबर नहीं चल रहा हो तब हेड लाइन में कुछ तड़क-भड़क नाभि दिखाते हुए महिलाओं की फोटो लगा दीजिए या फिर सड़ी हुई खबर में भड़कता हुआ हैडलाइन और टट्टी करते हुए 25 लाइन लगा दीजिए. खबर दौड़ने लगेगी वायरल हो जाएगी और फायदा ऑनलाइन इंटरनेट के विज्ञापनों से कमाई के रूप में हो जाएगी.

 

टेलीविजन में टीआरपी का चक्कर है लेकिन वेब मीडिया में हिट का हैं और इस हिट के चक्कर में बड़े से बड़े मीडिया पोर्टल भी अश्लील किताबों के पन्नो जैसे झलकते हैं. मुख्य खबरें इज्जत बचाने के लिए होम पेज पर सजाए जाते हैं और उसके पीछे चलता है इनका सोमवार को तेल चढ़ाओ, रविवार को पीला पहनो, पर्स पर उल्लू बैठाओ जैसे कंटेंट.

स्थानीय स्तर पर इनका अपना सेटअप होता नहीं है तो ₹20 लेकर न्यूज़ देने वाले WhatsApp रिपोर्टर सुनी सुनाई बातें फॉरवर्ड करते हैं और तिल का ताड़, राई का पहाड़ बनाने में एक्सपर्ट मीडिया हाउस बिना परवाह किए हुए अपनी सबसे बड़ी औकात दिखाते हैं. वह बिना ग्राउंड रियलिटी जाने खबर चलाते हैं.

 

ऐसा ही वाकया अभी भागलपुर के साथ हो रहा है. भागलपुर में दोहरा हत्याकांड हुआ है और इसे अलग-अलग मीडिया पोर्टल के द्वारा भागलपुर से ताल्लुक रखने वाले इंटरनेट फिगर आदर्श आनंद से जोड़कर चला रहे हैं क्योंकि लगातार हो रहे भागलपुर में हत्या, अपराध, लूट इत्यादि वाले हेड लाइन से लोगों के मन, आंखें और दिमाग हरकत करना बंद कर चुका है.

मामले को नए तरीके से प्रस्तुत कर और हिट लेने के चक्कर में महज एक 22 साल के उभरते सितारे को अवसाद में धकेलना शुरू कर दिया है.

 

आदर्श आनंद ने क्या बताया सच्चाई.

देर रात लगातार मीडिया में चल रहे गलत हैडलाइन के वजह से परेशान आदर्श आनंद ने खुद वीडियो पर आकर सच्चाई बताया और कहा कि पूरे घटनाक्रम में उनका शूटिंग का कार्यक्रम कहीं पर भी नहीं था बल्कि उनकी शूटिंग उनके घर के पास हो रही थी और यह वारदात शूटिंग के जगह से कुछ दूरी पर हुई है लेकिन मीडिया के द्वारा नाम घसीटा जाना काफी घटिया काम रहा.

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